यशपाल (Yashpal)
मनुष्य के रूप (Manushy ke roop) - Allehabad Lokbharati 1999 - 154 p.
मनुष्य के रूप' यशपाल का सुप्रसिद्ध उपन्यास है जिसमें उन्होंने समाजवादी विचारधारा को केन्द्र में रखते हुए परिस्थिति से विवश मनुष्य कैसे अपने रूप बदलता है, को चित्रित किया है। यह घटना प्रधान उपन्यास है। उपन्यासकार ने रोचक घटनाओं द्वारा इस उपन्यास को पठनीय बना दिया है।
Hindi novel
H891.433 / YAS/M
मनुष्य के रूप (Manushy ke roop) - Allehabad Lokbharati 1999 - 154 p.
मनुष्य के रूप' यशपाल का सुप्रसिद्ध उपन्यास है जिसमें उन्होंने समाजवादी विचारधारा को केन्द्र में रखते हुए परिस्थिति से विवश मनुष्य कैसे अपने रूप बदलता है, को चित्रित किया है। यह घटना प्रधान उपन्यास है। उपन्यासकार ने रोचक घटनाओं द्वारा इस उपन्यास को पठनीय बना दिया है।
Hindi novel
H891.433 / YAS/M