हजारीप्रसाद द्विवेदी (Hajariprasad Dwivedi)
अशोक के फूल (ashok ke phool) - 30 - इलाहाबाद (Allehabad) लोकभारती प्रकाशन (Lokbharati prakashan) 2011 - 176 p.
'अशोक के फूल' नामक निबन्ध आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी के सामाजिक एवं सांस्कृतिक चिन्तन की परिणति है। भारतीय परम्परा में अशोक के फूल दो प्रकार के होते हैं-श्वेत एवं लाल पुष्प। श्वेत पुष्प तान्त्रिक क्रियाओं की सिद्धि के लिए उपयोगी हैं, जबकि लाल पुष्प स्मृतिवर्धक माना जाता है।
Hindi essays
H891.434 / HAJ/A
अशोक के फूल (ashok ke phool) - 30 - इलाहाबाद (Allehabad) लोकभारती प्रकाशन (Lokbharati prakashan) 2011 - 176 p.
'अशोक के फूल' नामक निबन्ध आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी के सामाजिक एवं सांस्कृतिक चिन्तन की परिणति है। भारतीय परम्परा में अशोक के फूल दो प्रकार के होते हैं-श्वेत एवं लाल पुष्प। श्वेत पुष्प तान्त्रिक क्रियाओं की सिद्धि के लिए उपयोगी हैं, जबकि लाल पुष्प स्मृतिवर्धक माना जाता है।
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H891.434 / HAJ/A